Lyrics

मुझे लगे, तू ही रहनुमा करूँ तुझसे इतनी सी इल्तिजा कभी मुझे कहीं अँधेरों में ढूँढो तो सही, यहीं हूँ मैं कभी मुझे कहीं अँधेरों में ढूँढो तो सही, यहीं हूँ मैं आओ चलें, कोई बातें करें, यूँ ही, यूँ ही हम-तुम मिले जैसे दो दिल खिले, यूँ ही, यूँ ही दिल बेज़ार है, कहने को ये आज़ाद है मुझे लगे, तू ही रहनुमा करूँ तुझसे इतनी सी इल्तिजा कभी मुझे कहीं अँधेरों में ढूँढो तो सही, यहीं हूँ मैं कभी मुझे कहीं अँधेरों में ढूँढो तो सही, यहीं हूँ मैं
Writer(s): Abdul Shaikh, Austin Furtado, Bhumit Gor, Jay Jain, Subodh Gupta, Yash Khona Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out