Lyrics

ख़्वाबों की बारिशें, इन फ़ासलों में तू क्यूँ गुम है? तन्हा हूँ, देखो ना साँसों की आहटें, इन चाहतों को कहना कुछ हैं ख़ामोशी सुन लो ना अब क्यूँ ख़यालों में भी तू ज़ुबाँ पे मेरी? क्यूँ निगाहों में भी तू है? अब क्यूँ सवालों में भी, तू जवाबों में भी? यूँ बयानों में भी तू है बिन तेरे क्यूँ यहाँ लागे ना ये जिया? दिल तेरा हो लिया, ओ, पिया बिन तेरे क्यूँ यहाँ फीकी ये रतियाँ? आ जाना, ओ, पिया अब जो तू है यहाँ, इन ख़्वाहिशों को ना कोई डर है रोको अब मुझको ना तुझसे दिन-रात हैं, इस आरज़ू में तेरी धुन है पास आकर सुन लो ना अब यूँ ख़यालों में भी तू ज़ुबाँ पे मेरी क्यूँ निगाहों में भी तू है? अब यूँ सवालों में भी, तू जवाबों में भी क्यूँ बयानों में भी तू है? बिन तेरे अब यहाँ लागे ना ये जिया दिल तेरा हो लिया, ओ, पिया बिन तेरे अब यहाँ फीकी ये रतियाँ ना जाना, ओ, पिया बिन तेरे अब यहाँ लागे ना ये जिया दिल तेरा हो लिया, हो, पिया बिन तेरे अब यहाँ फीकी ये रतियाँ ना जाना, ओ, पिया
Writer(s): Utsavi Jha Lyrics powered by www.musixmatch.com
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