Credits
COMPOSITION & LYRICS
Indian Ocean
Songwriter
Varun Grover
Songwriter
Lyrics
तू किसी rail सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा थरथराता हूँ
तू किसी rail सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा थरथराता हूँ
तू भले रत्ती-भर ना सुनती है
मैं तेरा नाम बुदबुदाता हूँ
किसी लंबे सफ़र की रातों में
तुझे अलाव सा, हाँ, जलाता हूँ
तू किसी rail सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा थरथराता हूँ
काठ के ताले हैं, आँख पे डाले हैं
उनमें इशारों की चाबियाँ लगा
काठ के ताले हैं, आँख पे डाले हैं
उनमें इशारों की चाबियाँ लगा
रात जो बाक़ी है, शाम से टाकी है
नीयत में थोड़ी, नीयत में थोड़ी
ख़राबियाँ लगा, ख़राबियाँ लगा
मैं हूँ पानी के बुलबुले जैसा
तूझे सोचूँ तो फूट जाता हूँ
तू किसी rail सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा थरथराता हूँ
एक जंगल है तेरी आँखों में
मैं जहाँ राह भूल जाता हूँ
मैं तुझे भूलने की कोशिश में
और कितना, हाँ, क़रीब पाता हूँ
तू किसी rail सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा थरथराता हूँ
Writer(s): Indian Ocean, Varun Grover
Lyrics powered by www.musixmatch.com