Lyrics

जब तुमने माँगी हमसे ख़ुशियाँ दे दी, जाँ भी हमने फ़िर भी तुम होके गुम यूँ गए, ना मिले हर दुआ, मेरी जाँ, मुझसे ही जा मिले रोए-रोए अखियाँ मेरी कारे पारे धुल से गए बंद हैं बत्तीसियाँ मेरी हँसना भी भूल गए रोए-रोए अखियाँ मेरी कारे पारे धुल से गए बंद हैं बत्तीसियाँ मेरी हँसना भी भूल गए बातें बड़ी थी, वादे बड़े थे सपनों पे हमने मोती जड़े थे यूँ आधे रास्तों में तुमको मुकरना क्यूँ था? यूँ मेरी नज़रों से तुमको उतरना क्यूँ था? रोए-रोए अखियाँ मेरी अब हमको कहना इतना करते ही नहीं इश्क़ उतना आके तुम मिल सको चाहता फ़िर नहीं तोड़ने तुमको दूँ लाख तो दिल नहीं रोए-रोए अखियाँ मेरी कारे पारे धुल से गए बंद हैं बत्तीसियाँ मेरी हँसना भी भूल गए रोए-रोए अखियाँ मेरी कारे पारे धुल से गए बंद हैं बत्तीसियाँ मेरी हँसना भी भूल गए (रोए-रोए, रोए-रोए अखियाँ मेरी) (कारे पारे, कारे पारे धुल से गए) (बंद हैं, बंद हैं बत्तीसियाँ मेरी) (हँसना भी भूल गए)
Writer(s): Aakash Mandloi, Ravi Ra Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out