Lyrics

सतरंगी मौसम हो या ग़म के बादल हों फूलों की सेज हो या काँटों की राहें हों मेरे हमक़दम, मेरे हमसफ़र राह में छोड़ ना जाना, हर क़सम तोड़ ना जाना साथ निभाना, साथिया साथ निभाना, साथिया साथ निभाना, साथिया साथ निभाना, साथिया सूरज के संग किरण, दीपक संग बाती है सागर के संग लहर ऐसे हम साथी हैं ओ, मेरे सनम, हो ख़ुशी या ग़म ना चुराना हमसे नज़र, संग रहना उम्र-भर साथ निभाना, साथिया साथ निभाना, साथिया साथ निभाना, साथिया साथ निभाना, साथिया
Writer(s): Veer Sansanwal Lyrics powered by www.musixmatch.com
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