Lyrics

ना मुँह छुपा के जियो और ना सर झुका के जियो गमों का दौर भी आए तो मुस्कुरा के जियो ना मुँह छुपा के जियो और ना सर झुका के जियो गमों का दौर भी आए तो मुस्कुरा के जियो घटा में छुप के सितारे फना नहीं होते अंधेरी रात के दिल में दीये जला के जियो ना मुँह छुपा... ना जाने कौन सा पल मौत की अमानत हो हर एक पल की खुशी को गले लगा के जियो ना मुँह छुपा... ये जिंदगी किसी मंजिल पे रूक नहीं सकती हर इक मकाम से आगे कदम बढ़ा के जियो ना मुँह छुपा...
Writer(s): Ravi, Ludiavani Sahir Lyrics powered by www.musixmatch.com
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