Listen to Sarmast (feat. Sielsang D Marak & Sucheta Bhattacharjee) by Rahi

Sarmast (feat. Sielsang D Marak & Sucheta Bhattacharjee)

Rahi

Indian Pop

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Lyrics

मैं मस्त हूँ, सरमस्त हूँ कुछ अनकही बात है दिल खुश जहाँ, मैं वो जहां कुछ अनसुना अहसास है अब तू, मेरे साँसों में, मेरे राहों में तू है अब तू, ये जहानों में, उन ख़िज़ाओं में तू है वो जहां, संग लाए जो ग़म के अलफ़ाज़ों में अब तू, दिलांगबो ओह, आऊं-जाऊंगी जो ग्री दुकनी अंगना तोमतोमातबो अंग गिसिक कोटोग्को (अंग गिसिक कोटोग्को) संदिएंगा अंगा नांगो, ओह अंग खुशि हैं कश्तियाँ, किनारों पे (किनारों पे) तू भी वहाँ, मुसाफ़िर बन के चले अब तू मेरी राहों में, फिर क्यूँ ना किनारों में? उम्मीद किससे करूँ? अब तू, मेरे साँसों में, मेरे इरादों में तू है अब तू, ये जहानों में, उन ख़िज़ाओं में तू है वो जहां, संग लाए जो ग़म के अलफ़ाज़ों में हैं ख्वाबों भरे राहे सजी तेरे लिए तू जो है अब सामने खामोश क्यूँ? आवाज़ दे मेरी साँसों में, इरादों में, ख्वाबों में, तू है उन हवाओं में, उन ख़िज़ाओं में, रास्ता तू है मेरी साँसों में, इरादों में, ख्वाबों में, तू है उन हवाओं में, उन ख़िज़ाओं में, रास्ता तू है
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