Lyrics

जुलम लेके आया, सितम लेके आया मोहब्बत का ज़ालिम ज़माना हाँ, जुलम लेके आया, सितम लेके आया मोहब्बत का ज़ालिम ज़माना हमें क्या ख़बर थी, मोहब्बत है क्या निगाहों की रंगीं शरारत है क्या हमें क्या ख़बर थी, मोहब्बत है क्या निगाहों की रंगीं शरारत है क्या मगर चोट खाते ही दिल ने कहा समझ में अब आया, क़यामत है क्या जुलम लेके आया, सितम लेके आया मोहब्बत का ज़ालिम ज़माना हाँ, जुलम लेके आया, सितम लेके आया मोहब्बत का ज़ालिम ज़माना बड़ा अजीब लड़कपन का वो ज़माना था कि बिजलियों से परे मेरा आशियाना था शबाब आते ही वो गुल खिले, मेरी तौबा क़रार दिल से तो सीने से दिल रवाना था जुलम लेके आया, सितम लेके आया मोहब्बत का ज़ालिम ज़माना हाय, जुलम लेके आया, सितम लेके आया मोहब्बत का ज़ालिम ज़माना कहाँ अब ज़माने को आराम दें कि बैठे हैं दिन-रात दिल थाम के कहाँ अब ज़माने को आराम दें कि बैठे हैं दिन-रात दिल थाम के लगा बैठी तब से ये बीमारियाँ हुए जब से आशिक़ तेरे नाम के जुलम लेके आया, सितम लेके आया मोहब्बत का ज़ालिम ज़माना हाँ, जुलम लेके आया, सितम लेके आया मोहब्बत का ज़ालिम ज़माना
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