Lyrics

ख़ातिर से या लिहाज़ से मैं मान तो गया ख़ातिर से या लिहाज़ से मैं मान तो गया झूठी क़सम से आपका ईमान तो गया ख़ातिर से या लिहाज़ से... दिल लेके मुफ़्त कहते हो, "कुछ काम का नहीं" दिल लेके मुफ़्त कहते हो, "कुछ काम का नहीं" उल्टी शिकायतें हुई, एहसान तो गया उल्टी शिकायतें हुई, एहसान तो गया ख़ातिर से या लिहाज़ से... देखा है बुत-कदे में जो, ऐ शैख़, कुछ ना पूछ देखा है बुत-कदे में जो, ऐ शैख़, कुछ ना पूछ ईमान की तो ये है कि ईमान तो गया ईमान की तो ये है कि ईमान तो गया ख़ातिर से या लिहाज़ से... होश-ओ-हवास-ओ-ताब-ओ-तवाँ दाग़ जा चुके होश-ओ-हवास-ओ-ताब-ओ-तवाँ दाग़ जा चुके अब हम भी जाने वाले हैं, सामान तो गया अब हम भी जाने वाले हैं, सामान तो गया ख़ातिर से या लिहाज़ से मैं मान तो गया झूठी क़सम से आपका ईमान तो गया ख़ातिर से या लिहाज़ से...
Writer(s): Madhurani, Daag Lyrics powered by www.musixmatch.com
Get up to 2 months free of Apple Music
instagramSharePathic_arrow_out