Lyrics

मत रो सुहागन, तेरे लिए अब आँसू बहाना है मना मत रो सुहागन, तेरे लिए अब आँसू बहाना है मना क़िस्मत के पासे पलट गए हैं क़िस्मत के पासे पलट गए हैं पिया घर जाना है मना पिया घर जाना है मना शोभा ना देता दुख में बिलखना तुझ जैसी कुलवंती को ऐसी ही पीड़ा मिली थी एक दिन सीता और दमयंती को जो बात हो गई उस बात को अब होंठों पे लाना है मना होंठों पे लाना है मना मत रो सुहागन, तेरे लिए अब आँसू बहाना है मना क़िस्मत के पासे पलट गए हैं पिया घर जाना है मना पिया घर जाना है मना फूलों का सपना देख ना पगली काँटों में अब तुझे रहना है विधि ने दिया तुझे देस निकाला ये दुख अब तुझे सहना है तेरे लिए अब साजन के पथ पर आँखें बिछाना है मना आँखें बिछाना है मना मत रो सुहागन, तेरे लिए आँसू बहाना है मना क़िस्मत के पासे पलट गए हैं क़िस्मत के पासे पलट गए हैं पिया घर जाना है मना पिया घर जाना है मना
Writer(s): Usha Khanna, Manian Pradeep Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out