Lyrics

तेरी पनाह में आया, मुझे पनाह तो दें तेरी पनाह में आया, मुझे पनाह तो दें हे, साई, अपनी करम वाली... हे, साई, अपनी करम वाली इक निगाह तो दें तेरी पनाह में आया, मुझे पनाह तो दें तेरी पनाह में आया, मुझे पनाह तो दें ना कोई आश, ना उम्मीद है दिल उब गया ग़मों के गहरे भंवर में मैं बाबा डूब गया ना कोई आश, ना उम्मीद है दिल उब गया ग़मों के गहरे भंवर में मैं साई डूब गया मैं फिर से जी लूँ... मैं फिर से जी लूँ ज़िन्दगी की ऐसी चाहे तो दें तेरी पनाह में आया, मुझे पनाह तो दें तेरी पनाह में आया, मुझे पनाह तो दें बिछड़ रही है मुझी से ही मेरी परछाई तू जानकर भी मेरा हाल चुप है क्यूँ साई? बिछड़ रही है मुझी से ही मेरी परछाई तू जानकर भी मेरा हाल चुप है क्यूँ साई? भटक गया हूँ... भटक गया हूँ मेरे बाबा नई राह तो दें तेरी पनाह में आया, मुझे पनाह तो दें तेरी पनाह में आया, मुझे पनाह तो दें ये तेरे साथ जो बाँधी है डोर टूटे ना मेरे लबों से तेरा नाम कभी रूठे ना ये तेरे साथ जो बाँधी है डोर टूटे ना मेरे लबों से तेरा नाम कभी रूठे ना ये तेरा-मेरा... ये तेरा-मेरा जो रिश्ता है तू निभाह तो दें तेरी पनाह में आया, मुझे पनाह तो दें तेरी पनाह में आया, मुझे पनाह तो दें हे, साई, अपनी करम वाली... हे, साई, अपनी करम वाली इक निगाह तो दें तेरी पनाह में आया, मुझे पनाह तो दें तेरी पनाह में आया, मुझे पनाह तो दें
Writer(s): Natraj, Durga, Chandra Prakash, Surya Prakash, Nawab Arzoo Lyrics powered by www.musixmatch.com
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